New Delhi: खुद को सेफ न समझें आईफोन वाले, पलक झपकते ही खाली हो रहा है बैंक अकाउंट, सोच से परे है हैकर की चालाकी

New Delhi: खुद को सेफ न समझें आईफोन वाले, पलक झपकते ही खाली हो रहा है बैंक अकाउंट, सोच से परे है हैकर की चालाकी

एंड्रॉयड अच्छा या है आईफोन? इसकी डिबेट कभी खत्म ही नहीं होती है, और ज़्यादातर बार आईफोन की जीत होती है. आईफोन के नंबर 1 रहने की वजह इसकी सिक्योरिटी और सेफ्टी है. हालांकि एक रिपोर्ट को देख कर ऐसा लग रहा है कि ये ट्रेंड बदल सकता है क्योंकि iPhone यूज़र्स को टारगेट करने के लिए पहला बैंकिंग ट्रोजन डिज़ाइन किया गया है. ग्रुप-आईबी की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, एंड्रॉयड ट्रोजन गोल्डडिगर को अब नई क्षमताओं के साथ मॉडिफाई किया गया है जिससे ये मैलवेयर पीड़ितों के बैंक अकाउंट को आसानी से खाली कर पाता है.

इस ट्रोजन को पहली बार पिछले अक्टूबर में पाया गया, ट्रोजन के नए वर्जन को गोल्डपिकैक्स (GoldPickaxe) नाम दिया गया है, जिसे खासतौर पर एंड्रॉयड और iOS दोनों डिवाइस के लिए डिज़ाइन किए गया है.

एक बार आईफोन या एंड्रॉयड फोन पर इंस्टॉल होने के बाद, गोल्डपिकैक्स यूज़र के चेहरे का डेटा, पहचान दस्तावेज और इंटरसेप्ट किए गए टेक्स्ट मैसेज को इकट्ठा कर सकता है, जिससे बैंकिंग और अन्य फाइनेंशियल ऐप्स से पैसे निकालना आसान हो जाता है.

इसके अलावा डराने वाली बात ये है कि ये वायरस बायोमेट्रिक डेटा का इस्तेमाल करके AI डीपफेक बनाता है. फिर, पहचान दस्तावेजों, SMS तक पहुंच और फेस आईडी डेटा के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करके प्रोग्राम के पीछे हैकर पीड़ित के आईफोन और उनके बैंकिंग ऐप्स तक पहुंच प्राप्त कर सकता है.

इन देशों में एक्टिव है वायरस

बता दें कि फिलहाल गोल्डपिकैक्स ट्रोजन का इस्तेमाल सिर्फ वियतनाम और थाईलैंड के लोगों को टारगेट करने के लिए किया जा रहा है. हालांकि, दूसरे मैलवेयर की तरह अगर ये सफल हो गया है तो हैकर्स इसे दूसरे देशों के यूज़र्स के साथ ट्राय कर सकते हैं.

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